भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
फिर आ मिलूँगा तेरे उस तूफ़ान से ख़िताबी ।
'''मूल रूसी भाषा से अनउवाद अनुवाद : अनिल जनविजय'''—
'''लीजिए, अब यही कविता रूसी भाषा में पढ़िए'''
Константин Фофанов