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30 मार्च {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=कुंदन सिद्धार्थ
|अनुवादक=
|संग्रह=
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<poem>
धरती आकाश को
लिख-लिखकर
भेजे जा रही प्रेमपत्र
अहर्निश
फूल
इन्हीं प्रेमपत्रों के
महकते हुए अक्षर हैं
</poem>
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