भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|विविध=--
}}
*[[ख़ुद से लड़्ने लड़ने के लिए जिस दिन खड़ा हो जाऊँगा / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
*[[तूने लपटों को जो आँखों में उतारा होता / ज्ञान प्रकाश विवेक]]
*[[खुली कपास को शोलों के पास मत रखना / ज्ञान प्रकाश विवेक]]