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Kavita Kosh से
क्या इसलिए
पंचो के सामने प्रतिज्ञा की थी
गाय समझकर दी थी।"
गाँव की हूँ
गाय और भैसों के बीच में रही हूँ
हरग़िज़ नहीं पिउँगी
अगर अपनी पर आ गई
बात है साल भर पहले की
अब तक पी रहीं है।
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