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<font size=4>अष्ठम सर्ग: सगगणपति</font><br><br>
गणपति के पावन पांव पूज¸ <Br/>
वाणी–पद को कर नमस्कार। <Br/>
उस चण्डी को¸ उस दुगार् को¸ <Br/>
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