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गणपति के पावन पांव पूज¸ <Br/>
वाणी–पद को कर नमस्कार। <Br/>
उस चण्डी को¸ उस दुगार् दुर्गा को¸ <Br/>
काली–पद को कर नमस्कार।।1।। <Br/><Br/>
उस कालकूट पीनेवाले के <Br/>
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