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|रचनाकार=कुमार अनुपम अनामिका
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<Poem>
उन्होंने कहा- "हैण्ड्स अप!"
एक-एक अंग फोड़ कर मेरा
देखो तो-
टप-टप
टपकता है कैसे! ......................................................................'''[[खानतलासी / अनामिका / सुमन पोखरेल|यहाँ क्लिक गरेर यस कविताको नेपाली अनुवाद पढ्न सकिन्छ ।]]'''
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