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Kavita Kosh से
* [[न वह कभी आँखों से उतारा ही गया/ विनय प्रजापति 'नज़र']]
* [[वक़्त का पहना उतार आये/ विनय प्रजापति 'नज़र']]
* [[मेरी रूह को तख़लीक़ करके/ विनय प्रजापति 'नज़र']]