भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

माँ / श्रीनिवास श्रीकांत

3 bytes removed, 13:11, 13 जनवरी 2009
एक ऐसा जनन वृक्ष है माँ
पीपल और बरगद से भी
ज्य़ादा ज़्यादा पूजनीय
बड़ा
जिसने पार कीं
लालान्तर नदियाँ
काल के
अन्धेरे अँधेरे अन्तराल
सात धातुएँ तो हैं