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'''ग़ज़ल
* [[ अभी बाक़ी कुछ अपने ख़्याल रहने दो/ विनय प्रजापति 'नज़र']]
* [[ जबीने-माह पर गेसू की लहर याद आती है/ विनय प्रजापति 'नज़र']]
* [[ जो होता है भले के लिए होता है/ विनय प्रजापति 'नज़र']]
* [[ गर है तो क्यों तेरी बातों में बनावट है/ विनय प्रजापति 'नज़र']]