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अमीर-ए-शहर को तलवार करने वाला हूँ / मुनव्वर राना
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05:58, 24 जनवरी 2009
लबे ख़मोश से इज़हार करने वाला हूँ
हमारी राह में हायल कोई
नहें
नहीं
होगा
तू एक दरिया है मैं पार करने वाला हूँ .
</poem>
द्विजेन्द्र द्विज
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