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फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

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* [[वो बेख़बर ही सही, इतने बेख़बर भी नहीं / फ़ैज़]]
* [[आपसे दिल लगा के देख लिया / फ़ैज़]]
* [[जाने किसफिर हरीफ़े-किस को आज रो बहार हो बैठे / फ़ैज़]]
* [[कुछ कहती है हर राह हर इक राहगुज़र से / फ़ैज़]]
* [[मगर दिल है के उसकी ख़ाना वीरानी नहीं जाती / फ़ैज़]]