भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हर चलती चीज / कुमार मुकुल

98 bytes added, 09:16, 20 फ़रवरी 2009
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=कुमार मुकुल
}}
<poem>
चेक करता हूं
तो मेल में
पर जीवन बेहाथ चलता है
बेहाथ चलता है जीवन ...
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,720
edits