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हाथ जिन में हो जुनून कटते नहीं तलवार से<br>
सर जो उठ जा;ते जाते हैं वो झुकते नहीं ललकार से<br>
और भड़केगा जो शोला सा हमारे दिल में है।<br><br>
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