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हारिये न हिम्मत बिसारिये न राम / भजन
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KKBhaktiKavya
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}}
हारिये न हिम्मत बिसारिये न राम ।<br>
तू क्यों सोचे बंदे सब की सोचे राम ॥<br><br>
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