भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

धुआँ और गुलाल / ऋषभ देव शर्मा

17 bytes added, 15:43, 18 अप्रैल 2009
{{KKRachna
|रचनाकार=ऋषभ देव शर्मा
|संग्रह= तेवरी ताकि सनद रहे
}}
<Poem>