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19:43, 25 अप्रैल 2009 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ऋषभ देव शर्मा
|संग्रह=तेवरी / ऋषभ देव शर्मा
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<Poem>
कुछ सुनाओ आज तो बातें सितारों की
क्या सुनाएँ आप को बातें सितारों की ?
पाँव के नीचे धरा में तो दरारें हैं
सूझती हैं आप को बातें सितारों की
होटलों के सिर टंके उनके सितारे तो
हम खिलाते पेट को बातें सितारों की
तारिकाओं-तारकों के चित्र फिल्मों में
बाँटते हैं देश को बातें सितारों की
कुर्सियों का राग है सारे सदन में, यों
हो रहीं बस बात को बातें सितारों की
आज आओ दूर तक ढेले चलाएँगे
मत करो जिद , छोड़ दो बातें सितारों की
</Poem>