भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार= रामधारी सिंह "दिनकर"}}{{KKPageNavigation|पीछे=रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 1|आगे=रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 3|संग्रहसारणी= रश्मिरथी / रामधारी सिंह "दिनकर"
}}
 
 
[[रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 1|<< प्रथम सर्ग / भाग 1]] | [[रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 3| प्रथम सर्ग / भाग 3 >>]]
 
 
अलग नगर के कोलाहल से, अलग पुरी-पुरजन से,
गूँज रही थी मात्र कर्ण की धन्वा की टंकार।
 
 
[[रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 1|<< प्रथम सर्ग / भाग 1]] | [[रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 3| प्रथम सर्ग / भाग 3 >>]]