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तम्सील/ फ़राज़

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कितनी सदियों के इन्तज़ार के बाद
क़ुर्बत-ए-यक-नफ़दनफ़स<ref>घनिष्टता</ref> नसीब<ref>भाग्य से मिली हुई</ref> हुईफिर भी तू चुप उदास कम-आवेज़<ref>मिलने-जुलने से कतराने वाला(of reserved nature)</ref>
ऐ सुलगते हुए चराग़ भड़क