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चन्द शेर / आसी ग़ाज़ीपुरी

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तुम नहीं कोई तो सब में नज़र आते क्यों हो?
हुस्न कहता है जिधर जाओ नया आलम है?
 
 
वहाँ पहुँच के यह कहना सबा! सलाम के बाद।
 
"कि तेरे नाम की रट है, ख़ुदा के नाम के बाद"॥