भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* '''[[माँ / मुनव्वर राना]]''' (ग़ज़ल संग्रह)
* '''[[घर अकेला हो गया / मुनव्वर राना]]''' (ग़ज़ल संग्रह)
<sort order="asc" class="ul">
* [[पैरों में मिरे दीद-ए-तर बांधे हुए हैं / मुनव्वर राना]]
* [[रोने में इक ख़तरा है तालाब नदी हो जाते हैं / मुनव्वर राना]]
* [[बहुत पानी बरसता है / मुनव्वर राना]]
* [[कई घरों को निगलने के बाद आती है / मुनव्वर राना]]
</sort>