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एल्सा की आँखें / आरागों

47 bytes removed, 16:17, 19 अगस्त 2009
<poem>
 
'''एल्सा की आँखें'''
 
इन तेरी गहरी आँखों में मैं प्यास बुझाने आया हूँ
इनमें आए हैं निखिल सूर्य झिलमिल करने
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