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* [[दिल बहलता है कहाँ अंजुम-ओ-महताब से भी / फ़राज़]]
* [[वफ़ा के बाब में इल्ज़ाम-ए-आशिक़ी न लिया / फ़राज़]]
* [[ज़ख्म ज़ख़्म को फूल तो सरसर को सबा कहते हैं / फ़राज़]]
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