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उम्र की दास्तान लंबी है / बी. आर. विप्लवी
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05:53, 6 सितम्बर 2009
कैसे ठहरें ढलान लम्बी है
जिंदगी
ज़िंदगी
की ज़रूरतें समझो
वक़्त कम है दुकान लम्बी है
Shrddha
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