भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|रचनाकार=राजा शिवप्रसाद सितारे-हिन्द
}}
{{KKCatKavita‎}}
<poem>
घोड़े पर अपने चढ़के जो आता हूँ मैं
क़रतब जो हैं सो सब दिखाता हूँ मैं,
उस चाहने वाले ने जो चाहा तो अभी,
कहता जो कुछ हूँ कर दिखाता हूँ मैं।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,897
edits