भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कहा सुना / रंजना भाटिया

435 bytes added, 18:27, 16 सितम्बर 2009
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रंजना भाटिया |संग्रह= }} <poem>कहा उसने कि नयनों की झी...
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रंजना भाटिया
|संग्रह=
}}
<poem>कहा
उसने
कि
नयनों की
झील में
डूबना...
मन को भाता है.....

सुना
दिल ने
कि ...
प्रेम की
एक बूंद का
मिलना भी
रूह से रूह को
जोड़ जाता है !!</poem>
Mover, Uploader
2,672
edits