"[[सूचना / दुष्यंत कुमार]]" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (बेमियादी) [move=sysop] (बेमियादी))
लेखक: [[{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=दुष्यंत कुमार]][[Category:कविताएँ]][[Category:|संग्रह=सूर्य का स्वागत / दुष्यंत कुमार]]}}~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~{{KKCatKavita}}<poem>कल माँ ने यह कहा –<br>-कि उसकी शादी तय हो गयी गई कहीं पर,<br>मैं मुसकाया वहाँ मौन<br>रो दिया किन्तु कमरे में आकर<br>जैसे दो दुनिया हों मुझको<br>मेरा कमरा औ' मेरा घर ।<br><br/poem>