भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKBhaktiKavyaKKGlobal}}{{KKAarti
|रचनाकार=
}}
आरती उतारे हम तुम्हारी साईँ बाबा ।<BR>
चरणों के तेरे हम पुजारी साईँ बाबा ॥<BR><BR>