भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|रचनाकार=अमरनाथ साहिर
}}
{{Category: शेर}}
होने को तो है अब भी वही हुस्न, वही इश्क़।
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits