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{{KKRachna
|रचनाकार=त्रिलोचन
}}<poem>मोहक है कर्णिकार रूप में रंग में
पत्तियाँ श्यामल लम्बोतरी
फूल पीले, लाल आकृति कप जैसी
रंग पत्तियों के गहरे हरे
कोई पशु इस पर मुँह नहीं डालता
किस ने समझा दिया ये सब हैं ज़हरीले।
10.10.2002 </poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=त्रिलोचन
}}<poem>मोहक है कर्णिकार रूप में रंग में
पत्तियाँ श्यामल लम्बोतरी
फूल पीले, लाल आकृति कप जैसी
रंग पत्तियों के गहरे हरे
कोई पशु इस पर मुँह नहीं डालता
किस ने समझा दिया ये सब हैं ज़हरीले।
10.10.2002 </poem>