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यही कहा था मेरे हाथ में है आईना / फ़राज़
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14:19, 19 नवम्बर 2009
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यही कहा था मेरे हाथ में है आईना<ref>दर्पण</ref>
तो मुझपे टूट पड़ा सारा शहर नाबीना<ref>अन्धा</ref>
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द्विजेन्द्र द्विज
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