भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अल्ताफ़ हुसैन हाली

847 bytes added, 15:09, 9 दिसम्बर 2009
<sort order="asc" class="ul">
*[[धूम है अपनी पारसाई की / अल्ताफ़ हुसैन हाली]]
*[[कम से कम वाज़ में इतना असर तो हो वाइज़ / अल्ताफ़ हुसैन हाली]]
*[[इश्क़ सुनते थे जिसे हम वो यही है शायद/ अल्ताफ़ हुसैन हाली]]
*[[ घर है वहशतख़ेज़ और बस्ती उजाड़ / अल्ताफ़ हुसैन हाली]]*[[छुपे हैं हरीफ़ों में अहरार वाइज़ / अल्ताफ़ हुसैन हाली]]*[[इश्क़ भी ताक में बैठा है नज़रबाज़ों की / अल्ताफ़ हुसैन हाली]]*[[उनके जाते ही ये क्या हो गई घर की सूरत / अल्ताफ़ हुसैन हाली]]*[[काटिए दिन ज़िंदगी के उन यगानों की तरह / अल्ताफ़ हुसैन हाली]]
*[[पर्दे बहुत से वस्ल में भी दरमियाँ रहे / अल्ताफ़ हुसैन हाली]]
*[[फ़रिश्ते से बेहतर है इन्सान बनना / अल्ताफ़ हुसैन हाली]]