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<Poem>
मै गया जहाँ भी, बस तेरी याद थी
जो मेरे साथ थी मुझको तडपाती तड़पाती रुलाती
सब से प्यारी तेरी सूरत
प्यार है बस तेरा, प्यार ही
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्
तेरे पास ही मै आ रहा हूँ
अपनी बाँहे खोल दे
जोर से मुझ्को मुझको गले लगा लेमुझ्को मुझको फिर वो प्यार देतु तू ही जिन्दगी है, तु तू ही मेरी मोहब्बत हैतेरे ही पैरों मेइ में जन्नत हैतु तू ही दिल, तु तू जान, अम्मा
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्