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कहाँ गया वह श्यामल बादल।
जनक मिला था जिसको सागर,
 
सुधा सुधाकर मिले सहोदर,
 
चढा सोम के उच्चशिखर तक
 
वात सङ्ग चञ्चल। !
 
कहाँ गया वह श्यामल बादल।
 
 
इन्द्रधनुष परिधान श्याम तन,
 
किरणों के पहने आभूषण,
 
पलकों में अगणित सपने ले
 
विद्युत् के झलमल।
 
कहाँ गया वह श्यामल बादल।
 
तृषित धरा ने इसे पुकारा,
 
विकल दृष्ठि से इसे निहारा,
 
उतर पडा वह भू पर लेकर
 
उर में करुणा नयनों में जल।
 
कहाँ गया वह श्यामल बादल
  ''प्रथम आयाम नामक संकलन से''</poem>
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