भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
नया पृष्ठ: '''जिद्दी''' मैं रहा हूँ जिद्दी जीवन-भर<br /> ऊपर से शान्त<br /> मैं रहा हूँ …
'''जिद्दी'''
मैं रहा हूँ जिद्दी जीवन-भर<br />
ऊपर से शान्त<br />
मैं रहा हूँ ज़िद्दी.<br />
कविता<br />
तुम अक्सर चली जाती हो<br />
दूर मुझसे.<br />
पर मेरी ज़िद पहचानो.<br />
कविता<br />
मैं रहा हूँ जिद्दी जीवन-भर.
मैं रहा हूँ जिद्दी जीवन-भर<br />
ऊपर से शान्त<br />
मैं रहा हूँ ज़िद्दी.<br />
कविता<br />
तुम अक्सर चली जाती हो<br />
दूर मुझसे.<br />
पर मेरी ज़िद पहचानो.<br />
कविता<br />
मैं रहा हूँ जिद्दी जीवन-भर.