भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बेटी / रंजना जायसवाल

766 bytes added, 16:48, 1 फ़रवरी 2010
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रंजना जायसवाल |संग्रह=मछलियाँ देखती हैं सपने / …
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रंजना जायसवाल
|संग्रह=मछलियाँ देखती हैं सपने / रंजना जायसवाल
}}
{{KKCatKavita‎}}
<poem>
जब चिड़िया करीब से गाती है
बेटी याद आती है

जब गिलहरी पेड़ों पर दौड़ लगाती है
बेटी याद आती है

जब हवा महुआ टपकती है
बेटी याद आती है

जब बेटी दूर चली जाती है
तब क्या वह

चिड़िया
गिलहरी
हवा
सब कुछ हो जाती है...।
</poem>