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लगातार ग़रीब / प्रयाग शुक्ल

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'''लगातार गरीब'''{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=प्रयाग शुक्ल }}[[Category:कविता]]घर से निकला<br />
यात्रा पर-<br />
पड़ाव थे कई<br />