{{KKCatGhazal}}
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दो- तिहाई विश्व की ललकार है हिंदी मेरी -माँ की लोरी व पिता का प्यार है हिंदी मेरी ।मेरी।
बाँधने को बाँध लेते लोग दरिया अन्य से -पर भंवर भँवर का वेग वो विस्तार है हिंदी मेरी । सुर -तुलसी और मीरा के सगुन में जो रची -कबीरा और बिहारी की फुंकार है हिंदी मेरी । फ्रेंच,इंग्लिस और जर्मन है भले परवान पर -आमजन की नाव है, पतवार है हिंदी मेरी । मेरी।
सुर-तुलसी और मीरा के सगुन में जो रची
कबीरा और बिहारी की फुंकार है हिंदी मेरी।
फ्रेंच,इंग्लिश और जर्मन है भले परवान पर
आमजन की नाव है, पतवार है हिंदी मेरी।
चांद चाँद भी है,चांदनी भी,गोधुलीगोधूली- प्रभात भी - हरतरफ हर तरफ़ बहती हुई जलधार है हिंदी मेरी । मेरी।
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