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बहुत कठिन है डगर पनघट की / अमीर खुसरो
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15:25, 15 फ़रवरी 2010
कैसे मैं भर लाऊँ मधवा से मटकी
मेरे अच्छे निज़ाम पिया।
कैसे मैं
भरलाऊँ
भर लाऊँ
मधवा से मटकी
ज़रा बोलो निज़ाम पिया।
पनिया भरन को मैं जो गइ थी।
अनिल जनविजय
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