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02:11, 17 फ़रवरी 2010 मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ<br />
हाय रामा मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ<br />
मुशक़िल से वो दिन भुलाये थे हमने<br />
फिर आ के छेड़ा बलम ने<br />
फिर से धरक गईं छत्तियाँ<br />
धरक गईं छत्तियाँ<br />
हाय रामा मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ<br />
रोते हैं नैना जिया तलमलाये<br />
जावो कोई उनको लाये<br />
कैसे बिताऊँ दिन-रतियाँ<br />
बिताऊँ दिन-रतियाँ<br />
हाय रामा मिल के बिछड़ गईं अँखियाँ..