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|संग्रह=चैती / त्रिलोचन
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सर दर्द क्या है
मुझे इच्छा थी
तुम्हारे इन हाथों का स्पर्श
कुछ और मिले
और
इन आँखों के
करुण प्रकाश में
नहाता रहूँ
और
साँसों की अधीरता भी
कानों सुनूँ
बिल्कुल यही इच्छा थी
सर दर्द क्या है.है।</poem>