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Kavita Kosh से
कुछ शब्दों का फेर बदल, जैसा कि मैंने पढ़ा था...
देखो कोयल काली है पर
मीठी है इसकी बोली
इसने ही तो कूक-कूक करआमों में मिसरी मिश्री घोली
कोयल! कोयल! सच बतलाओबतलानाक्या संदेशा लाई क्या संदेसा लायी हो
बहुत दिनों के बाद आज फिर
इस डाली पर आई हो।हो
बतला दो कोयल रानी
कोयल! यह मिठास क्या क्या तुमनेअपनी माँ से पाई पायी है?माँ ने क्या ही क्या तुमको मीठी बोली यह सिखलाई सिखलायी है?
डाल-डाल पर उड़ना गानाजिसने तुम्हें तुम्हें सिखाया हैसबसे मीठे-मीठे बोलोयह भी तुम्हें तुम्हें बताया है।है
बहुत भली भली हो तुमने माँ की
बात सदा ही है मानी
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