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[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>कब वो सुनता है कहानी मेरी<br>और फिर वो भी ज़बानी मेरी<br><br>
क्या बयाँ बयां करके मेरा रोएँगे रोएंगे यार<br>मगर अशुफ़्ताआशुफ़्ता-बयानी मेरी<brref>झूठी कहानी<br/ref>मेरी
हूँ ज़िखुद रफ़्ताज़ख़ुद-एरफ़्ताए-बैदाबैदाए-ए-ख़्यालख़याल<brref>कल्पना के जंजाल में खोया हुआ</ref>भूल जाना है निशानी मेरी<br><br>
दहन उसका जो न मालूम हुआखुल गयी हेचमदानी<ref>अंनजानापन</ref> मेरी कर दिया ज़ौफ़ ज़ो'फ़ ने अज़ीज़ आ़ज़िज़ "ग़ालिब"<br>नंग-ए-पीरी <ref>बुढ़ापे को लज्जित करने वाली</ref> है जवानी मेरी<br><br/poem>{{KKMeaning}}