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|संग्रह=घर-निकासी / नीलेश रघुवंशी
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बच्चा बहुत ख़ुश होता है
किलकारियाँ मारता है
चलती ट्रेन को देखकर
हो न जाए उसके सामने
रेल-एक्सीडेंट ।
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