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जब होती हूँ पेड़ों के करीबक़रीब
उसके बालों की ख़ुशबू याद आती है
अर्थ जब पीछा करते हैं
उसकी नन्हीं उँगलियाँ
हवाई-यात्राओं ने रास्ता छोड दिया है
डोर कसी हुई है उंगलियों उँगलियों में
और पतंग में सवार हैं मेरे सपने
उनका शरीर है आदमक़द आईन