भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[शौक़ हर रंग रक़ीबे-सरो-सामां निकला / ग़ालिब]]
* [[धमकी में मर गया / ग़ालिब]]
* [[दहर में नक़्शनक़्शे-ए वफ़ा / ग़ालिब]]
* [[सताइश-गर है ज़ाहिद इस क़दर / ग़ालिब]]
* [[न होगा यक बयाबां मांदगी से ज़ौक़ कम मेरा / ग़ालिब]]