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[[जयशंकर प्रसाद]] कृत कामायनी हिन्दी काव्य की एक कालजयी रचना है। इसका प्रकाशन 1935 में हुआ था।
* [[चिंता / भाग १ / कामायनी / जयशंकर प्रसाद]]