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सानू आ मिल यार पियारया / बुल्ले शाह
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15:02, 8 मार्च 2010
'''मूल पंजाबी पाठ'''
सानू आ मिल यार
पियारयाँ
पियारया
,
जद अपनी अपनी पै गई,
धी माँ नू लुट के लै गई,
अनिल जनविजय
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