}}
{{KKFilmRachna
|रचनाकार=पि. के. मिश्रा
}}
<Poem>
सबसे न्यारा गुलिस्तां हमारा है
सदियों से भारत भूमि , दुनिया कि शान् शान हैभरत मा भारत माँ कि रक्षा मे में, जीवन कुर्बान् कुर्बान है
भारत हमको जान से प्यारा है ...
उजडे उजड़े नही अपन अपना चमन , टूटे नहि नहीं अपना वतन्वतनगुमराह् गुमराह न कर दे कोई, बर्बाद न कर दे कोईमन्दिर यहाँ मस्जिद् मस्जिद यहाँ , हिन्दु यहाँ मुस्लिम यहाँमिलते रहे हम्हम प्यार से , जागो ...
हिन्दुस्तानी नाम हमारा है, सबसे प्यारा देश हमारा हैजन्मभूमि है हमारी शान् , शान से कहेंगे हमसब ही तो भाई भाई प्यार् , प्यार से रहेंगे हमहिन्दुस्तनी हिन्दुस्तानी नाम हमारा है, भारत हुमको जान् हमको जान से प्यारा है
आसाम से गुजरात तक , बंगाल से महाराशट्र महाराष्ट्र तकजाती के धुन् कई धुन एक है भाशा के , भाषा कई सुर एक हैकश्मीर से मद्रास तक् कैह तक, कह दो सभी हम एक हैहैंआवाज दो हम एक है हैं, जागो ...
<Poem>