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Kavita Kosh से
*[[एक नन्हा-सा सुख हो दुखों के लिए / विनोद तिवारी]]
*[[वे हर दिल से प्यार मिटा कर मानेंगे / विनोद तिवारी]]
*[[हम तो रातों इस चिंता मे में रोए हैं / विनोद तिवारी]]
*[[ज्ञान नहीं पर बातें करते ख़ाली -पीली मज़हब की / विनोद तिवारी]]
*[[देखना हाथ से पल निकल जाएँगे / विनोद तिवारी]]